ये एक भाई बहन की सेक्स स्टोरी है. मेरे मस्ताराम डॉट नेट के प्रिय पाठको अगर आप सभी को रिश्तो में चुदाई की कहानिया नहीं पसंद जो आप कृपया करके ये कहानी न पढ़े.. रिश्तो में चुदाई पसंद करने वाले लोगो का स्वागत है मै आजा अपने बहन और मेरी सेक्स की कहानी बताने जा र्र्ह हूँ शुरुवात होती है मेरी बहन से. मेरी बहन जागृति के बूब्स बहुत टाइट थे. मुझे उसका एहसास तब हुआ जब मैं जागृति को कॉलेज छोड़ने जा रहा था. मैं बाइक स्पीड में चलाता हूं, आगे रिक्शा वाले ने एकदम ब्रेक मारी तो मैंने भी अपनी ब्रेक ज़ोर से दबाई, जागृति मेरे से चिपक गई उसके दोनों बूब्स से मेरी पीठ से दब गए. मैं तो मन ही मन खुश हो गया, वह काफी कड़क थे. वह बोली देख के चलाओ, उस के बाद मुझ से रहा नहीं गया और रास्ते में तीन चार बार मेरे ब्रेक लगाए हर बार उसके बूब्स मेरी पीठ को छू लेते थे. वह कॉलेज पहुंच कर बोली आप बहुत खराब बाइक चलाते हो, बाद में मैं जब भी उस को बाइक पर बिठाता था तो गढ्ढे वाले रास्ते पर ले जाता था, कि उस के बूब्स मेरी पीठ को छुए और ब्रेक मारता, वाह क्या फीलिंग थी. समर वेकेशन चल रहा था. पापा और मम्मी बाहर एक विक के लिए
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