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Showing posts from March, 2017

Raksha Bandhan Ek Anokha Bandhan

Kripya is kahani ko puri feeling k saath read kare namastey mera naam raakhi hai meri umar 18 saal ki hai me ek gaon ki ladki hu meri hieght 5’8 hai or mera figure 36-29-36 hai or ghagra or choli me mere chuche or bhi bade lagte hai or ghagre me meri gaand gol matol or akarshit lagti hai mujhe dekh kar koi nahi kehta ki me sirf 18 ki hu mera rang ek dum gora hai or brown rang k baal hai or meri ankhein neeli hai jab me goen me apne sir par matka utha kar paani lene jaati hu tab pure goen ke mard meri lachkati hui kamariya ko dekhte hai pita ji ek kisaan hai wo kheti baadi karte hai humari apni bahut saari jameen hai or meri maa ek house wife hai jo sara din bhakti karti hai or ghar ka kaam karti hai mera nature ghar me bahut hi chanchal hai or majakiya hai mere ek bhaiya hai parveen jiski umar 22 saal hai dikhne me ache the height 6 hai or wo shehar padte hai or vahi rehte hai jab wo shehar padne k liye the tab wo 18 saal k the or me bhi bahut choti thi Ab me kahani par aati hu ba

ससुरजी से चुदवाकर दो बच्चो की माँ बनी 2

वे मेरे संकोच को समझ गये, दुबारा बैठने के लिये नहीं कहा और अपनी बात बोलने लगे, ” देखो…ना तुममें खराबी है और ना ही मेरे लड़के में कोई खराबी है, मेरा लड़का ही बेवकुफी कर रहा है, जिसके कारण हर कोई सोचने लगा की अब तुम्हे बच्चे नहीं होंगे, उस मुर्ख को कितनी बार समझाया की नाईट ड्यूटी मत लगवाया करो, लेकिन वह मानता ही नहीं, रात भर अस्पताल में ड्यूटी करेगा यहाँ कुछ करेगा ही नहीं तो बच्चे कैसे होंगे,” आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | मैं पापा जी की बात समझ कर लज्जा उठी, एक नजर उनकी और देखा और शांत खड़ी रही, वे सही बात कह रहे थे,मुझे ऐसा ही लगा, क्योंकि नाईट ड्यूटी कर के वो सबेरे आते थे और दिन भर खर्राटे मार कर सोते थे, शाम को फिर चले जाते थे, नाईट ड्यूटी नहीं होती तो वे मेरे साथ सोते थे, लेकिन महीने में दो या तीन बार ही संभोग करते थे, मेरे दिमाग में यह बात भी बैठ गई थी की जब तक अंधाधुन संभोग ना किया जाये गर्भ नहीं ठहरता, गर्भ की बात तो अलग, मैं जवानी के दौर से गुजर रही थी, मैं खुद को अतृप्त महसूस करती थी, मेरा यौवन संभोग के बिना प्यासा रहने लगा था,  आगे पापा जी बोले, ” आज वह सल

ससुरजी से चुदवाकर दो बच्चो की माँ बनी 1

मेरी उम्र २८ वर्ष है, मेरा रंग सांवला जरुर है लेकिन लोगों का कहना है की मेरे नयन नक्श बहुत आकर्षक हैं, मैं इकहरे बदन की दुबली पतली और लंबी युवती हूँ, मेरी पतली कमर ने मुझे सिर से पांव तक सुन्दर बना रखा है, मेरे पति ने सुहागरात को बताया था कि जब वे शादी से पहले मुझे देखने गये थे मेरी सूरत देखे बिना मेरी कद काठी पर ही मोहित हो गये थे और जब सुरत देखी तो हाल बेहाल हो गया था, मेरी शादी १९ वर्ष कि उम्र में हुई थी, मैं ६ वर्षीय एक बेटे की मां भी हूँ, उसके बाद मैं गर्भवती नहीं हुई, कीसमे क्या खामी आ गई है यह जानने की हमने कभी कोशिश नहीं की और ना ही कभी विचार विमर्श किया, मै कभी अपने पति से और बच्चे के लिए कहती हूँ तो यह कह कर टाल जाते हैं कि एक लाडला है तो, वही बहुत है, और बच्चे नहीं होते तो ना हों, क्या करना है,? लेकिन बच्चों के मामले में मैं तृप्त या संतुस्ट नहीं हूँ, कम से कम दो तीन बच्चे तो होने ही चाहिये, इसलिये मैं पति के विचारों से सहमत नहीं हूँ, मेरे मन में एक या दो बच्चों की माँ बनने की लालसा बनी रहती है, मेरी एक पड़ोसन ने मुझे सलाह दी ” तुम अपने पति के साथ अस्पताल जाकर चेक

मेरी नयी और सील बंद चूत ने पहला पानी छोड़ दिया

मेरा नाम काजल है मै आज पहली रियल कहानी भेज रही हूँ मस्ताराम के सभी पाठको को मेरी किस कर और आज मै अपनी कहानी की सुरुवात अपनी पहली चुदाई जो की शादी के बाद ससुराल में हुयी तो पढ़िए आगे  मेरी शादी छोटी उम्र में ही हो गयी थी और उस समय मैं १७ साल की ही थी मेरे को मेरी मां ने कहा था कि मैं मेरे ससुर, पति और ननद की इज़्ज़त करूं और उनकी सब बातें मानू। मेरा पति उस समय २२ साल का था और वो फौज में था। शादी के बाद एक दिन साथ रह के वो ड्युटी पर चला गया और मैं मेरे ससुर और ननद के साथ ससुराल में रह गयी। मेरे को मेरा भाई लेने आया तो मेरे ससुर ने भेजने से मना कर दिया कहा “अगर काजल चली जायेगी तो मेरी देख-भाल कौन करेगा और फ़िर अस्मिता भी तो जाने वाली है ये दोनो ४-५ दिन साथ रहेंगी तो अस्मिता काजल को सारे काम और घर का बता देगी”। मेरा भाई चला गया और मैं मेरी ननद और ससुर के साथ ससुराल में रह गयी। दोस्तों मेरे भाई के जाने के बाद मेरी ननद अस्मिता ने मेरे को पास बुलाया और मेरे को छेड़ने लगी। मैं भी उस को छेड़ने लगी। मेरा ससुर उस समय किसी के घर गया थे। सो हमे कोई डर नहीं था, अस्मिता जब मेरे को छेड़ रही थी तब मेरे को म

ससुर ने मुझे चोद प्रेग्नेंट कर दिया

आप सभी से अनुरोध है की आप मेरी पहली कहानी में कुछ हुई गलतियों को माफ़ करे और सिर्फ इसे एन्जॉय करे. मुझे नहीं पता ये कहानी आपको कैसी लगेगी लेकिन जैसी भी लगे कमेंट कर मुझे जरुर बताना. दोस्तों, मेरा नाम डॉली है। मैं भुज, गुजरात की रहने वाली हूँ। मेरी उम्र 26 साल है, ख़ूबसूरत और एक कसे हुए बद़न की मल्लिका हूँ। शादी से पहले मैंने कई लड़कों से चुदवाया था, पर शादी अपने घरवालों की मर्ज़ी से की। कहते हैं ना कि यह सच्चाई है कि एक बुद्धु को ख़ूबसूरत और ख़ूबसूरत को बद़सूरत जीवनसाथी मिलता है। मेरा पति बद़सूरत तो नहीं था, पर हाँ माँ का चमचाथा। मेरे ससुर फौज में रह चुके थे। मैं शादी की पहली रात ही निराश हुई, जब पति का लंड मेरे अनुमान से कम निकला। ऊपर से वह ख़ुद तक ही सीमित रहता। पाँच-छः मिनटों तक चोदता और अपना मतलब निकाल, पासा पलट कर सो जाता, और मैं सारी रात मछली की तरह तड़पती रह जाती। शादी को छः महीने हो गए। सास मुझसे कहती रहती कि तुम लोग बेबी कब करने वाले हो? मुझे जल्दी पोते-पोती का मुँह देखना है। मैं उनसे क्या कहती कि आपका बेटा किसी लायक़ ही नहीं है! बच्चा क्या आसमान से पेट में डलवा लूँ!

अपनी बेटी की चूत फाड़ दी-2

गतांग से आगे … मै दो दिन तक उसका इंतजार करता रहा पर वो नहीँ आयी ,मै किसी को नहीं बता सकता था कि क्या हो गया है ?तीसरे दिन शाम को मेरे से नही रहा गया और मैं ड्रिंक करके रात को 9 बजे घर आया ,देखा तो मधु बैडरूम में रानी  कलर की साङी पहन कर सो रही थी  ,उसने बाल खुले कर रखे थे ,ब्लाउज़ में वो बहुत सुन्दर लग रही थी ,कमरे में नाईट बल्ब जल रहा था ,मैने अपना बैग रखा और मुह हाथ धोये और कपडे बद्ले ,गेट पर ताला मारा और फ़िर सीधा उसके पास गया। मैने उसके होंठों के ३-४ चुम्बनं ले लिए वो जाग गयी ,मैने उसकी वो शर्त पूरी कर दी थी | जैसे ही मैने मधु का  मुह चूमा ,उसने अपना मुँह घुमा कर मेरी तरफ़ देखा ,रात के 9 . 1 5 बजे थे ,मैं जैसे हि बिस्तर पर चढ़ने लगा उसने कहा पापा मैने खाना बना रखा है चलो खाना खा लो ,मैने भी नहीं खाया है ,उसने मेरे हाथ में रिमोट पकड़ाया और किचन में चली गयी ,इसके बाद हम दोनों ने खाना खाया ,और बैडरूम  में लेट गए ,मैं गर्मी के कारण बनियान और अंडरवियर मे ही था पर वो साड़ी  में थी ,फैन , फुल स्पीड पर था ,बारिश तो नही हो रही थी ,पर आसमान में रह रह कर बिजली चमक रही थी ,करीब 10 बजे मधु बायीं क

अपनी बेटी की चूत फाड़ दी-1

घर मे मै,मेरी बीबी और मेरी लड़की जो कि 18 साल की है ,रहते थे मेरा घर गांव से करीब २ फर्लांग दूर खेत में था ,मै लगभग रोज ही शराब पीकर घर लौटता था कभी मैं घर पर खाना खाने से पहले पीता था ,मैं ड्राइंग रूम में बैठ कर पीता था ,मेरी लडकी मुझे बहुत प्यार करती थी , मैं अपनी बीबी की गैर मौजूदगी में उसकी कच्छी खिसका कर ऊसका गुप्तांग देखता था ,जो बेहद चिकना और गोऱा था। तब उसकी झाँटे भी नहीं आयी थीं ,पर अब वो बडी हो गयी थी ,मेरी आदत थी कि मैं टाइम निकाल कर उसका गुप्तांग देख़ा करता था ,उसकी गोरी चिकनी चूत पर रेशे उगने शूरू हो गये थे ,फ़िर कुछ महीने बाद उसके बाल मोटे और काळे होने लग गये , मेरी बीबी मेरे शेविंग रेज़र से अपनी झाँटे बनाती थी ,एक दिन मैने देखा कि मधु मेरा शेविंग किट टटोल रहीँ है ,मै समझ गया कि मधु अपनी झाँटें साफ करेगी ,मेंने उसमेँ 4 ब्लेड रखे हुए थे ,उसमे से एक गायब हो गया ,बस उस रात मैने फ़िर से उसकी सोते हुए कच्छी साइड की और मेरा शक सही निकला ,उसनेँ झाँटें साफ़ कर ली थी , बेटी की चूत देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो गया ,वो हर 20 -25 दिन बाद झाँटें साफ़ करने लगी थी ,बस मेरा मानना था कि जब लड़की